महामृत्युंजय मंत्र के जप कौन सी परेशानी में करना लाभकारी होता हैं :-
- किसी भी असाध्य रोग होने पर करें
- भाई आदि का वियोग हो रहा हो
- घर में हमेशा रोग का घर बन चूका हो
- धन की भरी हानी हो रही हो
- अकाल मृत्यु का भय हो
- मिलाप में नाड़ी दोष हो
- घर-परिवार के घोर क्लेश उत्पन्न हो गया हो
- मृत्यु टूल रोग की उत्पति हुई हो
- घर में किसी भी तरह की परेशानी होने पे करें
- पुत्र की प्राप्ति, उन्नति और अकाल मृत्यु से बचने के लिए
- जन्म कुंडली में आरिष्ट योग होने पर
- मांगलिक दोह नाश के लिए
- जब जन्म कुंडली में आयु कम हो
- जब जन्म कुण्डली में अनेक प्रकार के दोष हो
- विवाह के बाद जीवन में वियोग होने पर
- जन्म कुंडली में काल-शर्प दोष होने पर
- जन्म कुंडली में गुरु चण्डाल योग होने पर
- जन्म कुंडली में शत्रुओ के आतक होने का भय होने पर
महामृत्युंजय महा मंत्र का जप किसी योग विध्वान के देख रेख में कराने पर कष्टों का निवारण हो जाता हैं |
महा मृत्युंजय मंत्र का जप के लिए हमारे ज्योतिष अनुसंधान केंद्र से संपर्क कर सकते हैं |
आचार्य पं. दीनानाथ पाठक
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कार्यालय :- माँ कौशिकी तंत्र ज्योतिष अनुसंधान केंद्र बी-९७२ दिन दयाल पूरी आश्रम रोड ४० फूटा गली न० १२ नन्द ग्राम गाजियाबाद उप
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